शिव मंत्र संग्रह Shiv Mantras

शिव मंत्र ॐ नमः शिवाय॥ महामृत्युञ्जय मंत्र ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ Aum Tryambakam yajaamahe sugandhim pushtivardhanam |Urvaarukamiva bandhanaan-mrityormuksheeya maamritaat || मंत्र

Read More >>
श्री विन्ध्येश्वरी स्तोत्रम्

निशुम्भ शुम्भ गर्जनी,प्रचण्ड मुण्ड खण्डिनी ।बनेरणे प्रकाशिनी,भजामि विन्ध्यवासिनी ॥ त्रिशूल मुण्ड धारिणी,धरा विघात हारिणी ।गृहे-गृहे निवासिनी,भजामि विन्ध्यवासिनी ॥ दरिद्र दुःख हारिणी,सदा विभूति कारिणी ।वियोग शोक

Read More >>
शिव-मंगला-अष्टकम्

भवाय चन्द्रचूडाय निर्गुणाय गुणात्मने ।कालकालाय रुद्राय नीलग्रीवाय मङ्गलम् ॥ १ ॥ वृषारूढाय भीमाय व्याघ्रचर्माम्बराय च ।पशूनां पतये तुभ्यं गौरीकान्ताय मङ्गलम् ॥ २ ॥ भस्मोद्धूलितदेहाय व्यालयज्ञोपवीतिने

Read More >>
भवानी अष्टकम

न तातो न माता न बन्धुर्न दातान पुत्रो न पुत्री न भृत्यो न भर्ता ।न जाया न विद्या न वृत्तिर्ममैवगतिस्त्वं गतिस्त्वं त्वमेका भवानि ॥1॥ भवाब्धावपारे

Read More >>
निर्वाण षट्कम

मनोबुद्ध्यहङ्कार चित्तानि नाहंन च श्रोत्र जिह्वे न च घ्राण नेत्रे ।न च व्योम भूमिर्न तेजो न वायुःचिदानन्दरूपः शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥१॥चिदानन्दरूपः शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥ न च

Read More >>
Shiv Aarti ॐ जय शिव ओंकारा

ॐ जय शिव ओंकारा स्वामी जय शिव ओंकारा ।ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥॥ ॐ जय शिव ओंकारा ॥ एकानन चतुरानन पंचानन राजे ।हंसानन

Read More >>
महामाय़ा अष्टकम्

भद्रकाळि विश्वमाता जगत्स्रोत कारिणि
शिवपत्नि पापहर्त्रि सर्वभूत तारिणि
स्कन्दमाता शिवा शिवा सर्वसृष्टि धारिणि
नमः नमः महामाय़े ! हिमाळय-नन्दिनि || १

Read More >>
गणपति रक्षाकवचम्

पार्वतेयं महाकायं ऋद्धिसिद्धि वरदायकम्
गणपतिं निधिपतिं सर्वजन लोकनायकम्
रुद्रप्रियं यज्ञकायं नमामि हे दीर्घकायकम्
हे गजानन गिरिजानन्दन रक्ष मां देव रक्ष माम् ।। १ ।। 

Read More >>
श्री हनुमान हृदय मालिका

प्रेमभक्तिं मुक्तिं शक्तिं सर्वसिद्धिं प्रदायकम् |
शिवरूपं परमशिवं सर्वशिवं जयो जयः ||
पवन पुत्र हनुमान विचित्र |
कृपा कटाक्ष अत्र तत्र सर्वत्र ||१||

Read More >>
रामरघुनाथ अष्टकम्

दशरथनन्दन दाशरथीघन पूर्णचन्द्र तनु कान्तिमयम्दिव्यसुनयन रण्जीतरञ्जन रमापती वीर सीतानाथम्गहनकानने लक्ष्मीलक्ष्मीपति पितृसत्यधारी सत्यसुतम्पूर्णसत्यदेव राघव माधब रामरघुनाथ पदौभजे ॥१॥ मण्डितधरणी खण्डिततनुनतमस्तकेभूषित क्लेशभारम्सम्भबतियुगेयुगे नानाकृतधृतरूप अरूपस्वरूप शस्त्रधरम्पापासुरनिधन साधुपरित्राण दरिद्रदारुण

Read More >>
कारण षटकम्

मम जीवनस्य जीवनम्
उद्भाषितं नित्यशोभनम्
त्वमेव देवं त्वमेव सर्वम्
हृदि स्थिते सदा धारणम् 
हे कृष्ण हे माधव हे देव त्वम्
सर्व कारणस्य कारणम्  ।। १ ।। 

Read More >>
राधाकृपा स्तोत्रम्

कृष्णप्रेमविनोदिनि कृष्णानन्दप्रदायिनिकृष्णानन्दा सदानन्दा कृष्णसंगसुशोभिनिकृष्णप्राणेश्वरी कृष्णा कमलाकुञ्जवासिनिराधे राधे राधे राधे नमो दीनकृपालिनि ।। १ ।। कृष्णकामबिबर्धिनि कृष्णप्रेमप्रदायिनिकृष्णकामा कृष्णप्रिया कृष्णलीला शिरोमणिकृष्णवक्षस्थितादेवी कुन्ददामसुशोभिनिराधे राधे राधे राधे नमो दीनकृपालिनि।।

Read More >>
नारायण अष्टकम्

कृपामयं चक्रधरं सर्वहृदये संस्थितम्
समस्त भूतान्तिके वा पुनश्च दूरेवस्थितम्
अनन्त शयने स्थितं नारायणं महेश्वरम्
तव चरणपंकजं निरन्तरं भजाम्यहम् ॥१॥

Read More >>

श्री विष्णुपुत्रं शिवदिव्यबालं मोक्ष प्रदं दिव्यजनाभिवन्द्यम् ।
कैलासनाथ प्रणवस्वरूपं श्रीभूतनाथं मनसा स्मरामि ॥ १॥

अज्ञानघोरान्ध धर्म प्रदीपं प्रज्ञानदान प्रणवं कुमारम् ।
लक्ष्मीविलासैकनिवासरङ्गं श्रीभूतनाथं मनसा स्मरामि ॥ २॥

Read More >>

शिव शिव शक्तिनाथं संहारं शं स्वरूपम् नव नव नित्यनृत्यं ताण्डवं तं तन्नादम्
घन घन घूर्णिमेघं घंघोरं घं न्निनादम् भज भज भस्मलेपं भजामि भूतनाथम् |

Read More >>