शिव मंत्र संग्रह Shiv Mantras

शिव मंत्र संग्रह | Shiv Mantras


ॐ नमः शिवाय॥



ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

Aum Tryambakam yajaamahe sugandhim pushtivardhanam |
Urvaarukamiva bandhanaan-mrityormuksheeya maamritaat ||

मंत्र अर्थ (मराठी)

आम्ही त्रिनेत्रधारी भगवानाची पूजा करतो,
जे सुगंधित असून आमचे पोषण करतात.
जसे फळ झाडाच्या बंधनातून मुक्त होते,
तसेच आम्हीही मृत्यू आणि नश्वरतेच्या बंधनातून मुक्त होऊ.

मंत्र अर्थ (हिन्दी)

हम त्रिनेत्र को पूजते हैं,
जो सुगंधित हैं, हमारा पोषण करते हैं,
जिस तरह फल, शाखा के बंधन से मुक्त हो जाता है,
वैसे ही हम भी मृत्यु और नश्वरता से मुक्त हो जाएं।



ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्॥


ॐ नमो भगवते रुद्राय।



कर्पूरगौरं करुणावतारं,
संसारसारम् भुजगेन्द्रहारम् ।
सदावसन्तं हृदयारविन्दे,
भवं भवानीसहितं नमामि ॥

मंत्र अर्थ (मराठी)

कापूरासारखा गौरवर्ण, करुणेचा अवतार, जगाचा सार, सर्पहार धारण करणारे, ते भगवान शिवशंकर माता भवानीसमवेत माझ्या हृदयात सदैव वास करो. त्यांना माझा प्रणाम.

मंत्र अर्थ (हिन्दी)

कर्पूर के समान गौरवर्ण, करुणा के सागर, जगत के आधार, गले में सर्पों की माला धारण करने वाले भगवान शिव, माता भवानी सहित सदा मेरे हृदय में विराजमान रहें। उन्हें मेरा कोटि-कोटि प्रणाम।

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